Shiv Shakti Textile Market, जो देश के प्रमुख कपड़ा बाजारों में से एक है, हाल ही में एक भयानक अग्निकांड की चपेट में आ गया। यह आग इतनी विकराल थी कि इसने देखते ही देखते कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग को घंटों तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। यह घटना व्यापारियों के लिए एक बड़े आर्थिक संकट का कारण बन गई है, जिससे करोड़ों का नुकसान हुआ है।
सूरत के शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट में 24 फरवरी 2024 को भयंकर आग लग गई, जिसने पूरे मार्केट को अपनी चपेट में ले लिया। यह मार्केट सूरत का एक प्रमुख टेक्सटाइल हब है, जहाँ हजारों दुकानें और गोदाम मौजूद हैं, जिनमें भारी मात्रा में कपड़े और अन्य ज्वलनशील सामग्री रखी जाती है। पहली बार आग सुबह के समय लगी, जिसके बाद दमकल विभाग ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया था। लेकिन, अगले ही दिन 25 फरवरी 2024 को दोपहर में आग फिर से भड़क उठी, जिससे चारों ओर अफरा-तफरी मच गई और कई दुकानों में रखा करोड़ों रुपये का माल जलकर खाक हो गया।
दमकल विभाग की 20 से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने के प्रयास में जुट गईं। हालांकि, संकरी गलियां और इमारतों की संरचना के चलते राहत कार्य में काफी दिक्कतें आईं। स्थानीय व्यापारियों के अनुसार, मार्केट में पानी की उचित व्यवस्था न होने और फायर सेफ्टी उपकरणों की कमी के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया। शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि जांच पूरी होने के बाद ही होगी। यह पहली बार नहीं है जब इस मार्केट में इस तरह की घटना हुई है, पहले भी सुरक्षा मानकों की अनदेखी के चलते आगजनी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
इस घटना से व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। कई छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापारियों का वर्षों का निवेश पलभर में जलकर राख हो गया। व्यापारी संघ ने प्रशासन और सरकार से राहत पैकेज की मांग की है, ताकि व्यापारियों को फिर से अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद मिल सके। इस आगजनी ने एक बार फिर मार्केट में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है और प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है। अब सरकार और नगर निगम ने मिलकर जांच के आदेश दिए हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा नियम लागू करने की बात कही है।
कुल मिलाकर, Surat Shiv Shakti Textile Market में लगी इस भीषण आग ने व्यापारियों, प्रशासन और आम जनता के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या टेक्सटाइल हब में सुरक्षा इंतजामों को लेकर लापरवाही बरती जा रही है? क्या इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है? इन सभी सवालों के जवाब आने वाले दिनों में जांच रिपोर्ट के बाद ही सामने आएंगे, लेकिन यह घटना सभी के लिए एक बड़ा सबक है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी महंगी साबित हो सकती है।
निष्कर्ष
सूरत शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट में लगी आग ने न केवल व्यापारियों के लिए एक बड़ा संकट खड़ा कर दिया, बल्कि प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठा दिए हैं। इस घटना से यह साफ हो गया कि सुरक्षा उपायों को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। सरकार, प्रशासन और व्यापारियों को मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
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FAQs
1. इस मार्केट में आग कितनी बार लग चुकी है?
इस मार्केट में पहले भी आग लगने की घटनाएँ हुई हैं, लेकिन इस बार यह घटना दो बार हुई, जिससे नुकसान अधिक हुआ।
2. आग से कितना नुकसान हुआ?
इस आग में करोड़ों रुपये का सामान जलकर खाक हो गया, जिससे व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
3. प्रशासन ने अब तक क्या कदम उठाए हैं?
प्रशासन ने मामले की जाँच शुरू कर दी है और भविष्य में सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने की योजना बना रहा है।
4. क्या यह आग दुर्घटना थी या कोई साजिश?
शुरुआती जाँच में इसे दुर्घटना माना जा रहा है, लेकिन इसकी पूरी जाँच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
5. भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या किया जा सकता है?
फायर सेफ्टी नियमों को सख्ती से लागू करना, नियमित जाँच और सुरक्षा उपायों को अनिवार्य करना ऐसे हादसों को रोक सकता है।